श्रेया का पिछला हफ्ता काफी दिक्कत वाला रहा | उनकी सास उनसे मिलने आयी और उन्होंने लगभग उनकी हर चीज़ को नकार दिया जो वो अपने तीन महीने की बेटी की परवरिश के लिए कर रही थी | सबसे बड़ी कलह की वजह बने – डायपर्स |
उनकी सास ने डिस्पोजेबल डायपर्स का विरोध किया और इसे आलसी माओं वाला एक विकल्प बताया|
श्रेया आलसी नहीं थीं लेकिन डायपर्स उसके लिए आसान विकल्प थे | उसको डायपर्स कभी इतने बुरे नहीं लगे जितना उसकी सास समझती थी | आखिरकार उन्होंने डॉक्टर की राय लेने की ठानी |
डॉक्टर ने कहा की ना तो श्रेया पूरी तरह सही थी और ना ही उनकी सास | ये डायपर और नैप्पी के बीच की जंग नहीं थी, मुख्या मुद्दा बस ये था की आप डायपर और नैप्पी का इस्तेमाल कैसे करते हैं |
श्रेया की कहानी कोई ख़ास नहीं है, ऐसा लगभग सभी नए माता पिता के साथ होता है | बहुत सारे विकल्पों और समस्याओं में डायपर के चुनाव की समस्या कई बार सबसे मुश्किल होती है |
कपडे की नैप्पी या डिस्पोजेबल डायपर्स ? एक बड़ी बहस
भारत में सॉफ्ट कपड़े से बानी नैप्पी का इस्तेमाल लंबे समय से होता आया है | दूसरों देशों के अलग डिस्पोजेबल डायपर्स यहां के लिए नया है |
नैप्पी का इस्तेमाल काफी मेहनत भरा होता हैI उनकी सफाई गर्म पानी और डेटोल की मदद से बड़ी ही सावधानी के साथ करने की जरुरत होती है | और उनपर हमेशा नज़र रखनी पड़ती है | सुपर अब्सॉर्बेंट डायपर्स के विपरीत उन्हें जल्दी जल्दी बदलने की जरुरत होती है |
डिस्पोजेबल डायपर्स की जरुरत उन अभिभावकों को ज़्यादा पड़ती है जो व्यस्त रहते हैं I खासकर उन माओं के लिए जो जॉब भी करती हैं और यही से यह सवाल उठता है की “क्या डिस्पोजेबल डायपर्स इतने बुरे होते हैं ” |
डिस्पोजेबल डायपर्स का इस्तेमाल क्यों ना करें :-
डिस्पोजेबल डायपर्स का इस्तेमाल अगर अपनी सुविधा के लिए बच्चे के आराम की कीमत पर किया जाए तो ये बहुत ही गलत है | यह गलत है की आप अपने बच्चे को एक ही डायपर में घूमता हुआ छोड़ दे क्योकि आपको ऐसा लगता है की आप ऐसा कर सकते हैं |
जबकि आपको बच्चे की नैप्पी ना चाहते हुए भी बार बार बदलती पड़ती है ! जैसा की सभी बच्चों के डॉक्टर्स का कहना है की बच्चे को गन्दी डायपर में छोड़ना किसी भी सूरत में मान्य नहीं है चाहे डिस्पोजेबल डायपर्स कितना भी दावा करलें की उनका इस्तेमाल सुरक्षित होता है |
- समय की दिक्कत :-
काफी सारे डिस्पोजेबल डायपर्स इस वादे के साथ आते हैं की वो कुछ निश्चित घंटों तक इस्तेमाल किये जा सकते हैं लेकिन ये वादे आपको इस जिम्मेदारी से आज़ाद नहीं करते की आप उस पर नजर रखें | - डायपर कितने घंटों तक चलेगा ये निश्चित नहीं है
हमेशा याद रखें आपका बच्चा घड़ी से नहीं चलता ! क्योंकि उसका पिछला डायपर 8 घंटे चला इसका यह मतलब नहीं है की अगला डायपर दो घंटे से ज्यादा चलेगा ही| - टॉक्सिसिटी की चिंता :-
टॉक्सिसिटी और एलर्जी ऐसी दिक्कतें हैं जो ज्यादातर डिस्पोजेबल डायपर्स के कारण आती हैंI हालांकि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है की डिस्पोजेबल डायपर्स में मौजूद केमिकल्स बच्चे को नुकसान पहुचाते हैं लेकिन यह भी सच है की उनमे केमिकल्स मौजूद होते हैंI अगर डायपर्स टॉक्सिक नहीं भी होते हैं तो ये जानने वाली बात है की कई सारे डायपर्स से बच्चों को एलर्जी होती है I यह प्रॉब्लम ब्रांड बदल कर सुलझायी जा सकती है लेकिन उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है I - महंगी जरुरत:-
कपड़े की नैप्पी के मुकाबले डायपर्स अधिक महंगे होते हैं Iकपड़े की नैप्पी ना ही केवल सस्ती होती है बल्कि उन्हें धो कर फिर से उसका इस्तेमाल किया जा सकता है I हलाकि इसमें कोई दो राय नहीं है की कभी कभी डायपर्स ज़रूरी होते हैं ! नैप्पी के इस्तेमाल के पक्ष में ऐसा कहा जा सकता है की उनकी कीमत डायपर्स से कम होती है I
डायपर इस्तेमाल करने के फायदे :-
- सुविधा:-
डिस्पोजेबल डायपर्स के बारे में सभी बातें गलत नहीं है इससे कुछ अच्छी बातें भी जुड़ी हैं Iअगर आप अपने बच्चे को लेकर सफर कर रही हैं और काफी बिजी हैं तो इसका इस्तेमाल काफी सुविधाजनक साबित हो सकता है ! और ये सिर्फ व्यस्त माता पिता के नजरिये से ही सही नहीं है बल्कि सभी के लिए सुविधाजनक है | - बच्चे की सुविधा :-
बच्चे की सुविधा के नजरिये से भी डिस्पोजेबल डायपर्स उपयुक्त हैं ! ये उनकी स्किन को लंबे समय तक ड्राई रखते हैं और स्किन को यूरिन के डायरेक्ट कांटेक्ट में आने से भी बचाते हैं I - रैशेस से बचाव :-
ज़्यादातर मान्यताओं से विपरीत डिस्पोजेबल डायपर्स रैशेस को रोकने में काफी सक्षम होते हैं I रैशेस का मुख्य कारण अधिक समय तक गीले डायपर का इस्तेमाल करना है I इससे यह पता चलता है की डायपर या नैप्पी दोनों ही रैशेस का कारण हो सकते हैं I इस स्थिति में डिस्पोजेबल डायपर नैप्पी के मुकाबले ज्यादा सक्षम हैं क्योंकि उनकी पानी को सोखने की छमता उन्हें ज्यादा देर तक सूखा रखती हैं I
आपको क्या करना चाहिए :-
इस बहस से बचने के सबसे बेहतर विकल्प ये है की आप बीच का रास्ता अपनाये | नैप्पी और डिस्पोजेबल डायपर्स दोनों का इस्तेमाल ज़रूरत के हिसाब से करें |
- जागरूक रहे :-
बार बार चेक करें और जल्दी जल्दी चेक करें | इसका कोई हार्ड एंड फ़ास्ट रूल नहीं है की एक डिस्पोजेबल डायपर कितनी देर तक चल सकता है | चाहे फिर वह आठ घंटे चले या एक ,अगर आपको लगता है की डायपर बदलने का समय हो गया है या आपका बच्चे को परेशानी हो रही है तो उसे तुरंत बदल दें | - कुछ घंटे डायपर्स के बिना रहने दें :-
चाहे आप घर पर नैप्पीज का इस्तेमाल कर रहे हैं या या फिर डिस्पोजेबल डायपर्स, प्रतिदिन कुछ समय आपको अपने बच्चे को बिना डायपर के छोड़ देना चाहिए | ऐसा जरुरी नहीं होता की डिस्पोजेबल डायपर्स टॉक्सिक ही होते हैं लेकिन फिर भी यह उचित नहीं है की जब तक बच्चा जाग रहा हो तब तक उसे डायपर पहना कर ही रखा जाए | बिना डायपर के कुछ घंटे बच्चे को छोड़ दे जिससे उसकी स्किन सांस ले सके और | और भरोसा रखिये इसके लिए आपका बच्चा आपको धन्यवाद करेगा | - स्वच्छता का ध्यान रखें :-
बच्चे को डायपर पहनाने से पहले माइल्ड सोप और गर्म पानी से उसकी सफाई करें | अगर आप बेबी वाइप्स का इस्तेमाल करते हैं तो हमेशा वो ही बेबी वाइप्स चुने जो सेंटेड नहीं हो और ना ही उनमे केमिकल या अल्कोहल डला हो | - हमेशा सही साइज के डायपर का इस्तेमाल करें :-
हमेशा डायपर सही साइज की होनी चाहिए | गलत साइज की डायपर आपके बच्चे को परेशान कर सकता है और बार बार लीकेज का कारण बन सकती है | ध्यान रखे की डायपर बच्चे की पैरों में सही से फिट हो जाए | - बच्चे के कम्फर्ट का ध्यान रखें :-
आखिरकार, डायपर आपके बच्चे की सुविधा के लिए है और उसकी सुविधा का ध्यान सभी बातों के ऊपर है |
अलर्ट रहें और रैशेस पर नज़र रखें | अगर डायपर से आपके बच्चे को दिक्कत होती है तो तुरंत ब्रांड में बदलाव करें | बच्चा जिसमे सहज हो उसे पूरी तरह से अपनाये और जिसमे असहज हो उसे छोड़ दें | जब विकल्प मुश्किल हो तो ध्यान से चुनें | आखिरकार ये आपके बच्चे की ख़ुशी का सवाल है |
अंत में, अगर आप को हमारा हिंदी के लेख पसंद आये तो हमें नीचे कमैंट्स में ज़रूर बताये | और अगर कोई ख़ास विषय के बारे में आप जल्दी ही हिंदी में कुछ पढ़ना चाहे तो वह भी नीचे दिए कमैंट्स सेक्शन में लिख कर हमारे ध्यान में लाये | धन्यवाद |
Leave a Reply