नैना का बेटा 11 महीने का है। नैना उसके वजन को लेकर हमेशा परेशान रहती है। दरअसल जितने लोग भी नैना से मिलते हैं, सबका यही कहना रहता है कि नैना का बेटा सार्थक बहुत पतला है। नैना यह सुन- सुनकर थक गई है। अब वह चाहती है कि किसी तरह उसके बेटे का वजन बढे। उसने अपनी यह तकलीफ जब अपनी बेस्ट फ्रेंड प्रिया को बताई, जो एक डाइट कंसल्टेंट भी है। प्रिया ने उसे कुछ ऐसे फ़ूड आयटम्स के बारे में बताया, जो बच्चे का वजन बढाने के काम आ सकते हैं।
#1. मेवे
बच्चों को मेवे खिलाकर उनका वजन बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए प्रिया ने नैना को बताया कि वह एक चौथाई कप मेवे को हल्का भूनने के बाद पीस कर रख सकती है, जिसमें लगभग 200 कैलोरी होती है। मेवे में विटामिन ई, फैट और प्रोटीन होते हैं। चूंकि इनमें ऑयल कंटेंट ज्यादा होता है तो ये वजन बढाने में मददगार होते हैं। आप चाहें तो बादाम वाला मक्खन या मूंगफली वाला मक्खन भी बच्चे को खिला सकती हैं। इसे अधिक टेस्टी बनाने के लिए मिल्क शेक या पैन केक में डाल सकती हैं।
#2. घी
घी को वजन बढ़ाने के लिहाज से बेहतरीन माना जाता है। इसमें 62 % सैचुरेटेड फैट होता है। जो बच्चे लैक्टोज इनटोलेरेंट होते हैं, उनके लिए भी घी सही है क्योंकि मक्खन को पिघलाते समय इसमें बहुत कम लैक्टोज बचता है। लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं है कि आप घी को जरूरत से ज्यादा खिलाएं। बच्चे की 7 महीने की उम्र के बाद आप शुरुआत में कुछ बूँदें और फिर बाद में धीरे- धीरे मात्रा बढ़ासकती हैं। एक बात और, बच्चे को हमेशा घर का बना घी ही खिलाएं, जिसमें कोई केमिकल और प्रीजर्वेटीव नहीं होता!
#3. चावल
चावल में 75 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होता है, जो बच्चे के वजन बढ़ने में तेजी लाता है। इसमें मिनरल्स, विटामिन बी और आयरन भी होता है। आप चावल को ब्रेस्ट मिल्क या ऊपर के दूध के साथ दे सकती हैं। चाहें तो चावल को दाल और घी के साथ भी दे सकती हैं। इससे इसका स्वाद अच्छा रहेगा।
#4. गेंहू
गेंहू की ब्रेड बच्चे का वजन बढाने के लिए बढ़िया और पौष्टिक खाना है। यह फाइबर का बेहतरीन स्रोत है और इसमें फैट भी बहुत ज्यादा नहीं होता! हालांकि इससे वजन बहुत तेजी से नहीं बढ़ता लेकिन यह भोजन के लिहाज से बढ़िया माना जाता है। आप गेंहू का पैन केक यानी चीला भी बना कर अपने बच्चे को खिला सकती हैं। या फिर गेंहू का दलिया भी दिया जा सकता है।
#5. पोहा
पोहा यानी चूड़ा या चिवड़ा में वही गुण होते हैं, जो चावल में होते हैं क्योंकि यह चावल का ही बना होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट अच्छे से होता है, जो आपके बच्चे के वजन बढ़ने में मदद करता है। आप इसकी कई डिश बनाकर अपने लाडले को खिला सकती हैं।
#6. मक्खन
मक्खन में हेल्दी फैट होता है, जिससे बच्चे का वजन तेजी से बढ़ता है। अपने बच्चे के भोजन में रोजाना एक चम्मच मक्खन जरूर डालिए। लेकिन बहुत ज्यादा नहीं क्योंकि इससे मोटापा भी बहुत जल्दी बढ़ता है। आपको अपने बच्चे को हेल्दी बनाना है, न कि मोटा!
#7. नाशपाती
यह एक ऐसा फल है, जो टेस्टी होने के साथ ही पौष्टिक भी है। सभी बच्चों को इस फल को खाना चाहिए। इसमें, कई तरह के विटामिन, फाइबर और आयरन होते हैं। बच्चे का वजन बढ़ाना है तो उसे रोज इस फल को खिलाइए।
#8. कद्दू/ कोहड़ा
इस सब्जी में बहुत ज्यादा कैलोरी होती है, जो वजन बढ़ाने के लिए जरूरी है। इसमें एंटीओक्सिडेंट और विटामिन्स भी हैं। यह आपके बच्चे का न केवल वजन बढ़ाएगा, बल्कि कद बढ़ाने में भी मदद करेगा।
#9. आम
यूं ही आम को फलों का राजा नहीं कहा जाता! अधिकतर लोगों को यह फल पसंद आता है। इसमें फाइबर और विटामिन ए है। वजन बढाने के साथ ही यह फल पाचन को सुधारता है और त्रिप्तोथैन लेवल को भी बूस करता है, जो एक व्यक्ति को खुश रखता है।
#10. आडू
आडू भी वजन बढाने के लिए सही है। इस फल को भी 6 महीने की उम्र के बाद दिया जा सकता है। इसमें फाइबर और विटामिन सी होता है। इसे आप फल के तौर पर या फिर स्मूदी या शेक के तौर पर भी दे सकती हैं।
#11. केला
केला एक पौष्टिक फल है, जो वजन बढ़ाने के लिए बिलकुल सही है। यदि आपको ऐसा लगता है कि आपके बच्चे का वजन कम है तो उसे कला जरूर खिलाएं। इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है, जो वजन को बढाने में मददगार है। साथ ही इसमें विटामिन सी, पोटैशियम, एनर्जी भी है, जो छोटे बच्चों के लिए बेहद जरूरी है। इसे आप फल के तौर पर देने के साथ ही मिल्क शेक या पुडिंग के तौर पर भी दे सकती हैं।
#12. फ्रूट जूस
फलों के जूस में कई पौष्टिक तत्व और कैलोरी होती है, लेकिन आप ताजे फलों का जूस ही अपने लाडले को दें क्योंकि पैकेट वाले जूस में कुछ भी नहीं होता। ताजे और मौसमी फलों का जूस घर पर ही बनाया और बच्चे को पिलाया जा सकता है। एक दिन में एक गिलास जूस काफी है। साथ ही, सुबह में खाली पेट फलों का जूस देने से बचें। चूंकि जूस एसिडिक होता है तो पेट के लिए ये ठीक नहीं होता!
#13. ओट्स
ओट्स में कार्बोहाइड्रेट बहुत होते हैं, जो बच्चों के वजन बढ़ाने में बहुत काम आता है। ओट्स में मैंगनीज, फॉस्फोरस और थियामिन होता हैं और प्रोटीन भी। आप ओट्स को दूध में मिलाकर अपने बच्चे को दे सकती हैं या फिर कुकीज के तौर पर।
#14. टोफू
टोफू सोय मिल्क से बनता है, जिसमें कैल्शियम और प्रोटीन बहुत होता है। शाकाहारी लोगों के लिए वजन बढ़ाने में टोफू बहुत काम आता है। रोजाना इसके 3-4 पीसेज अपने बेबी को दीजिए!
#15. सोया बीन्स
सोया बीन्स भी शाकाहारियों के लिए बहुत अच्छा है, वजन बढ़ाने में काम आता है। इसमें वे सारे पौष्टिक गुण हैं, जो मीट में होते हैं। इसमें प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम होता है।
#16. मूंग दाल
मूंग दाल या मूंग बीन एक पौष्टिक खाना हैं,जो आपके बच्चे को स्वस्थ रखने के साथ ही न्यूट्रिशन भी प्रदान करता है। कार्बोहाइड्रेट, फैट और पोटैशियम इसमें होते हैं। आप मूंग दाल खिचड़ी, सुर या हलवा बना कर अपने नन्हे को खिला सकती हैं।
#17. व्हाइट मीट
आठ महीने की उम्र के बाद बच्चों को चिकन या मीट दिया जा सकता है। इसमें प्रोटीन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, विटामिन बी6 और विटामिन बी१२ के साथ कोलेस्ट्रॉल है, जो वजन बढाने में मददगार है। हफ्ते में एक बार बच्चे को मीट दिया जा सकता है। अपने बच्चे की डिश में चिकन का इस्तेमाल आप कर सकती हैं।
#18. फिश
फिश में प्रोटीन और ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो शरीर के स्वस्थ विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। इसमें प्रोटीन भी बहुत अधिक मात्रा में होता है, जो बच्चे के वजन बढाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
#19. रागी
यह बहुत पौष्टिक खाना है, जिसमें कार्बोहाइड्रेट, फैट, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ए, फायबर और बी काम्प्लेक्स होता है। यह आपके बच्चे के लिए जरूरी है और इसे खिलाने से बहुत लाभ मिलते हैं। इसमें घी और गुड़ मिलाकर इसके स्वाद को बढ़ाया जा सकता है। इससे बना हलवा बहुत स्वादिष्ट होता है।
नैना अपनी सहेली प्रिया से इन फ़ूड आयटम्स के बारे में जान कर बहुत खुश हुई, उसे राहत मिली कि वह अपने बच्चे की ग्रोथ को बढ़ा सकती है। दोस्तों, कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, कमेन्ट सेक्शन में जरूर बताइयेगा।
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